The smart Trick of प्रेरक प्रसंग That No One is Discussing
The smart Trick of प्रेरक प्रसंग That No One is Discussing
Blog Article
When my rapid supervisor still left to work at an inpatient hospice and asked me to go along with her, I found myself enthusiastic to attach With all the households and clients. I began meeting with distinct pros to discover career possibilities in medicine or social solutions and took time for you to evaluate program catalogs at universities. I selected a web-based Masters in Social Perform plan at Boston University. I quit my task, took a depart of absence halfway by way of to care for my Mother who was acquiring health concerns and finished This system in 3 years. I now have a private practice, Karen Whitehead Counseling, where I assist consumers with pressure, anxiety, most cancers and Continual ailment appreciate life yet again.” Altering careers is something that lots of individuals encounter.
चिंता का यह कीड़ा उसे लगातार काटे जा रहा था जल्द ही वह सूखने लगा और एक दिन वह गुठली और छिलका के रूप में ही बस रह गया, उसके अंदर का सारा रस समाप्त हो गया था।
जीवन के अद्भुत रहस्य गुरू गौर गोपाल दास
व्यक्ति विनम्रता से बोला – भगवान, वैसे तो मै समय पर ही पहुंच जाता परन्तु रास्ते में एक बोझ उठाने वाली वृद्ध महिला की मदद करने में, एक वृद्ध गाड़ीवाले के गाड़ी को कीचड़ से निकालने में, और एक अंधी वृद्धा को उसके झोपडी तक पहुंचाने में थोड़ी विलंब हो गयी,
कोम ने गरीबी और लैंगिक भेदभाव जैसी कई चुनौतियों का सामना करते हुए यह मुकाम हासिल किया।
एक समय की बात है. एक राज्य में एक प्रतापी राजा राज करता था. एक दिन उसके दरबार में एक विदेशी आगंतुक आया और उसने राजा को एक सुंदर पत्थर उपहार स्वरूप प्रदान किया.
जैसे ही गाँधी जी ने उसे मिठाई दी वह गाँधी जी से दूर हटते हुए बोला कि ” मैं अछूत हूँ इसलिए मुझे मत छुएं ”. गाँधी जी को यह बात बुरी लगी और उन्होंने उस सफाई वाले का हाथ पकड़कर मिठाई पकड़ा दी और उससे बोले कि ” हम सब इंसान है, छूत – अछूत कुछ भी नहीं होता.
वह व्यक्ति जोर से हंसा -” जो व्यक्ति समय का भी ध्यान ना रखे, उससे भला क्या ही अपेक्षा की जा सकती है। महर्षि उस व्यक्ति के व्यंग के पीछे छुपे विचार को समझ गए, महर्षि बोले- फिर भी हमें कुछ देर इंतज़ार करना चाहिए।
महात्मा गाँधी के जीवन से जुड़े बहुत ही अच्छे इंफॉर्मेशन आपने शेयर की है। धन्यवाद
इस प्रसंग से सीख – यह कहानी हमें बताती है की गाँधी जी का ह्रदय कितना विशाल था.
आज मत बिगाडो – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी
बुद्धिमान व्यक्ति मुस्कुराया और बोला:
यह सुनकर, पड़ोसी ने एक पत्थर को गड्ढे में फेंक दिया और कहा, “अगर ऐसा है तो पत्थर को बचाओ। यह उतना ही बेकार है जितना सोना आप खो चुके हैं ”।
मिल देखने के बाद शास्त्रीजी मिल के गोदाम में पहुँचे तो उन्होंने साड़ियाँ दिखलाने को कहा। मिल मालिक व अधिकारियों more info ने एक से एक खूबसूरत साड़ियाँ उनके सामने फैला दीं। शास्त्रीजी ने साड़ियाँ देखकर कहा- "साड़ियाँ तो बहुत अच्छी हैं, क्या मूल्य है इनका?"